यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार (7 अक्टूबर) को कहा है कि किसी भी जाति, मत-मजहब अथवा संप्रदाय से जुड़े ईष्ट देवी-देवता, महापुरुषों या साधु-संतों के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है. लेकिन विरोध के नाम पर अराजकता भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. गौरतलब है सीएम योगी का ये बयान ऐसे समय आया है जब गाजियाबाद के महंत यति नरसिंहानंद के द्वारा पैगंबर पर दिए विवादित बयान के बाद माहौल गरमाया हुआ है.
दरसअल, गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद के विवादित बयान के बाद माहौल गर्म हो गया है. पैगंबर पर विवादित टिप्पणी के बाद यूपी समेत कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हुए, जिसके बाद गाजियाबाद से लेकर हैदराबाद तक कई जगहों पर एफआईआर दर्ज हुई है. डासना मंदिर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है.
गाजियाबाद पुलिस ने महंत यति नरसिंहानंद के खिलाफ जो एफआईआर दर्ज की है, उसमें ऐसी धाराएं लगाई गई हैं, जिनमें तीन साल से कम सजा का प्रावधान है, इसलिए पुलिस ने डासना मंदिर के महंत को गिरफ्तार नहीं किया है. शुक्रवार रात नरसिंहानंद के भड़काऊ बयान का वीडियो वायरल होने के बाद बड़ी संख्या में लोग गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के बाहर इकट्ठा हो गए थे.
सीएम योगी की अधिकारियों संग बैठक
इन सबके बीच सोमवार को त्योहारों के दृष्टिगत सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, डीजीपी, अपर मुख्य सचिव गृह, और अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा की. इस बैठक में उन्होंने स्पष्ट किया कि हर मत और संप्रदाय की आस्था का सम्मान होना चाहिए. सीएम ने दो टूक कहा कि ना ही किसी धर्म पर अपमानजनक टिप्पणी और ना ही विरोध के नाम पर अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
इसके साथ ही सीएम योगी ने अधिकारियों संग बैठक में कहा कि महापुरुषों के प्रति सभी नागरिकों के मन में कृतज्ञता का भाव जरूरी है, लेकिन इसे जबरन नहीं थोपा जा सकता. अगर कोई भी व्यक्ति आस्था के साथ खिलवाड़ करेगा, देवी-देवता, महापुरुषों या संप्रदाय की आस्था के खिलाफ टिप्पणी करेगा, तो उसे कानून के दायरे में लाकर कठोरता से सजा दी जाएगी.
सीएम ने यह भी चेतावनी दी कि यदि कोई व्यक्ति आस्था के साथ खिलवाड़ या महापुरुषों, देवी-देवता, संप्रदाय के विरुद्ध अभद्र टिप्पणी करता है, तो उसे कानून के दायरे में लाकर सख्त सजा दी जाएगी. सभी मत, मजहब और संप्रदाय के लोगों को एक-दूसरे का सम्मान करना होगा.
उन्होंने स्पष्ट किया कि विरोध के नाम पर अराजकता, तोड़-फोड़ या आगजनी स्वीकार नहीं की जाएगी. जो भी ऐसा दुस्साहस करेगा, उसे इसकी कीमत चुकानी होगी.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया कि शारदीय नवरात्रि और विजयदशमी का पर्व हर्षोल्लास, शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हो, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए. माहौल खराब करने वालों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करें.
इसके साथ ही महिला सुरक्षा के प्रति भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं और भीड़भाड़ वाले इलाकों में फुट पेट्रोलिंग और पीआरवी 112 की पेट्रोलिंग तेज करने को कहा गया है. महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा व सुविधा सुनिश्चित करने के लिए सभी विभाग मिलकर काम करें.